– ज़हां से तेरी बादशाही खत्म होंती है, वहां से मेरी नवाबी शुरु होती है..!
– हम समंदर हैं, हमें खामोश ही रहने दो…. ज़रा मचल गये, तो शहर ले डूबेंगे…
– बड़ी जीत का बड़ा शोर होगा तुम्हारा सिर्फ वक़्त है, हमारा दौर होगा…
– पसंद है मुझे उन लोगों से हारना जो लोग मेरे हारने की वजह से पहली बार जीते हो!
– जो न देते थे जवाब उनके सलाम आने लगे, वक़्त बदला तो मेरे नीम पे आम आने लगे..
– हद से बढ़ जाए ताल्लुक तब गम मिलते हैं, हम इसी वास्ते हर शख्स से कम मिलते हैं!!
कितनी भी सजा दो काफी नहीं होती, कुछ गलतियां ऐसी होती है जिनकी माफी नहीं होती।
– नफरत है गुरुर नहीं, दुबारा इश्क़ मंजूर नहीं..
– उस मोड़ से शुरू करनी है फिर से जिंदगी, जहाँ सारा शहर अपना था और तुम अजनबी…